कमजोर वर्ग का समाजशास्त्र: दलित, जनजाति समाज एवं महिलाएं

संपादक: विवेक कुमार (Vivek Kumar)

कमजोर वर्ग का समाजशास्त्र: दलित, जनजाति समाज एवं महिलाएं

संपादक: विवेक कुमार (Vivek Kumar)

-20%956
MRP: ₹1195
  • ISBN 9788131613597
  • Publication Year 2024
  • Pages 199
  • Binding Hardback
  • Sale Territory World

About the Book

यह पुस्तक विभिन्न प्रकार की वंचनाओं पर सृजित समुदायों/समूहों के विश्लेषण के समाजशास्त्र का प्रतिनिधित्व करती है।  पुस्तक में मुख्यतः दलितों, जनजातियों, महिलाओं एवं दलित महिलाओं से जुड़े सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, संवैधानिक, आदि अनेक तथ्यों  का विश्लेषण विविध समाज विज्ञानियों द्वारा अपने-अपने दृष्टिकोण से किया गया है। पुस्तक में समाजशास्त्रियों ने एक ओर जहां विभिन्न समूहों/समुदायों की वंचना के आधार को रेखांकित किया है वहीं उनकी वंचना के विखंडन का समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से रास्ता भी बताया है। यह पुस्तक चार भागों में विभक्त हैः (1) अंबेडकर एवं जाति उन्मूलन, (2) भारतीय जनजाति समाज, (3) दलित इतिहास लेखन तथा (4) महिला सशक्तिकरण एवं मानव अधिकार। यह पुस्तक वंचितों के समाजशास्त्र के ढांचे की पूर्ण रूपरेखा प्रस्तुत करती है।


Contents

कमजोर वर्ग का समाजशास्त्र: एक समाजशास्त्रीय अवलोकन / विवेक कुमार
खण्ड 1: अम्बेडकर एवं जाति उन्मूलन
1    जाति उन्मूलन/ डॉ भीमराव अम्बेडकर
2    बी.आर. अम्बेडकर और राष्ट्र निर्माण अवधारणा / विवेक कुमार
3    डॉ भीमराव अम्बेडकर के शिक्षा संबंधी विचारों का मूल्यांकन / मीनाक्षी मीणा
खण्ड 2: भारतीय जनजाति समाज
4    भारतीय जनजातियों के सन्दर्भ में कुछ विचार / विनय कुमार श्रीवास्तव
खण्ड 3: दलित इतिहास लेखन
5    दलित इतिहास लेखन: वैकल्पिक अधीनस्थ समाजशास्त्र की तलाश में - एक समीक्षात्मक मूल्यांकन / अजय कुमार
6    दलित वीरांगना और 1857 का वैकल्पिक इतिहास: भारतीय समाजशास्त्र में एक उपेक्षित तथ्य / चारु गुप्ता
खण्ड 4: महिला सशक्तिकरण एवं मानव अधिकार
7    दलित महिलाओं के मानव अधिकार हनन: निरंतरता और बदलाव / विनोद आर्य
8    अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता, महिला सशक्तिकरण और मानव अधिकार / अरुण कुमार सिंह


About the Author / Editor

विवेक कुमार, विश्व रैंकिंग प्राप्त समाजशास्त्र के प्रोफेसर हैं। वे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के समाजशास्त्र विभाग के पूर्व चेयरपर्सन (विभागाध्यक्ष) हैं। प्रो. विवेक वर्तमान में भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन द्वारा समाजशास्त्र विभाग में स्थापित समाजशास्त्र की अम्बेडकर चेयर के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं, साथ ही साथ वे जेएनयू के समाजशास्त्र विभाग में स्थित ग्लोबल स्टडीज प्रोग्राम के पूर्व कोर्डिनेटर भी हैं। कास्ट एंड डेमोक्रेसी इन इंडियाः ए पर्सपेक्टिव फ्रॉम बिलो, इंडियंस रोअरिंग रेवोल्यूशन, दलित लीडरशिप इन इंडिया तथा प्रजातंत्र में जाति, आरक्षण एवं दलित इनकी प्रमुख पुस्तकें हैं। प्रो विवेक ने अब तक यूके, यूएसए, कनाडा, जर्मनी, स्पेन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, साउथ अफ्रीका, ब्राज़ील, श्रीलंका, यूएई, नेपाल आदि राष्ट्रों की अकादमिक यात्राएं की हैं।


Your Cart

Your cart is empty.