About the Book
शिक्षा व्यक्ति के जीवन की आधारभूत आवश्यकता है। शिक्षा के विकास के बिना विकास की कोई भी योजना सफल नही हो सकती। शिक्षा विकास की रीढ़ है। अच्छी शिक्षा अच्छे समाज का निर्माण करती है, दूसरी ओर अच्छा समाज भी अच्छी शिक्षा व्यवस्था प्रतिरूपित करता है। भारत जैसे विषमता मूलक समाज में जहां प्रत्येक दृष्टिकोण से पिछडे़े दलित वर्ग हैं वहां असमानता की खाई को पाटकर समाज में जागरूकता उत्पन्न कर एकता के सूत्रा में पिरोने के लिये शिक्षा एक सशक्त माध्यम है। इस पुस्तक में दलित वर्ग की शैक्षणिक दशा का सटीक उल्लेख किया गया है। शिक्षा का समग्रता से अवलोकन करने के लिये इसके सहायक पहलू - सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनीतिक, स्वास्थ्य इत्यादि - के परिप्रेक्ष्य का परीक्षण करना आवश्यक है। इसलिये इस पुस्तक में दलित वर्ग के इन सभी पहलुओं की विशद व्याख्या की गई है। दलितों पर शिक्षा के बहुआयामी प्रभाव क्या हैं? उदारीकरण-भूमंडलीकरण के मानचित्रा में दलितों का शैक्षणिक परिदृश्य कैसा है? दलित उत्थान में शिक्षा की भूमिका क्या है? शिक्षा प्राप्ति के परिप्रेक्ष्य में दलितों के समक्ष उत्पन्न चुनौतियां क्या हैं? इन चुनौतियों का समाधान तथा संभावनाएं क्या हैं? इत्यादि मुद्दों का समुचित उल्लेख प्रस्तुत पुस्तक में किया गया है।
Contents
1. उच्च शिक्षा - उद्देश्य एवं उपलब्धता: मध्यप्रदेश की अनुसूचित जाति और जनजाति के संदर्भ में /
के.पी. मिश्र2. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा शिक्षा में आरक्षण व्यवस्था /
हर्षित द्विवेदी3. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के उत्थान में उच्च शिक्षा की भागीदारी /
रामगोपाल सिंह धुर्वे4. उच्च शिक्षा तथा अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग का सामाजिक-आर्थिक परिप्रेक्ष्य /
लक्ष्मी नायक5. उच्च शिक्षा का विश्वव्यापीकरण /
नाहिद सिद्दकी6. अनुसूचित जाति और जनजाति के विकास में शिक्षा के विभिन्न चरण /
रत्नेश किशोर वर्मा एवं जी.एम. मुस्तफा7. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति हेतु विकास कार्यक्रम एवं वैश्वीकरण: मध्यप्रदेश सरकार की योजनाओं के विशेष संदर्भ में /
अर्चना श्रीवास्तव8. शिक्षा एवं दलित की दशा /
अरुण कुमार एवं वेफ.जे. सिन्हा9. जनजाति शिक्षा में सरकार की भूमिका: चुनौतियां और समाधान /
पद्मा त्रिपाठी10. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति तथा पिछड़ा वर्ग के उत्थान में उच्च शिक्षा की भागीदारी /
के.पी. शुक्ल11. प्राथमिक शालाओं में अध्ययनरत छह छात्रा-छात्राओं का वैयक्तिक अध्ययन: बैतूल जिले के पाँच ग्रामों के विशेष संदर्भ में /
नीरज कुमार12. दलित वर्ग के उत्थान में उच्च शिक्षा की भूमिका /
कुमुद श्रीवास्तव13. जनजातीय शिक्षा में प्रगति और समस्याएं /
सीमा पाठक14. उच्च शिक्षा में अनुसूचित जाति-जनजाति एवं पिछड़े वर्गों हेतु विकास लक्ष्य /
ममता पाण्डेय एवं गौहर हुजेफा खान15. उच्च शिक्षा एवं अनुसूचित जनजाति व पिछड़ा वर्ग के परिप्रेक्ष्य में सरकार का दायित्व एवं भूमिका /
सरिता पाण्डे एवं गीता सरकार16. उच्च शिक्षा एवं सकारात्मक नीति /
दिनेश कुमार सिंह17. विकास के पथ पर ज्ञान की ज्योति: उच्च शिक्षा के संदर्भ में /
रेणु पाटीदार18. भूमण्डलीकरण एवं उच्च शिक्षा: आदिवासियों के परिप्रेक्ष्य में /
मनीष मिश्रा19. दलित समाज और शिक्षा /
सत्यकेतु सांकृत20. अनुसूचित वर्ग के शैक्षिक उत्थान में संस्थागत एवं व्यक्तिगत प्रयास: एक विश्लेषण /
माधुरी गर्ग21. अंत्यज वर्ग की शैक्षिक दशा एवं संवैधानिक प्रावधान तथा अन्य संदर्भ /
राजेश चन्द्र पाण्डेय22. उच्च शिक्षा एवं अनुसूचित जाति-जनजाति तथा भूमण्डलीकरण /
दत्तात्रय पालीवाल23. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति युवाओं की शैक्षिक-कॅरियर गतिशीलता /
राधेश्याम त्रिपाठी24. सामाजिक न्याय की शिक्षा व्यवस्था /
नीरज कुमार झा25. अनुसूचित वर्ग की शिक्षा /
सौरभ पाण्डेय26. उच्च शिक्षा के पटल पर दलित महिलाओं की स्थिति: सामाजिक विषमता का एक स्वरुप /
शालू एवं संदीप सिंह27. वंचित वर्ग की शिक्षा: विविध आयाम /
विजेन्द्र प्रताप सिंह28. मध्य प्रदेश की आदिवासी शिक्षा में जनजातीय विकास कार्यक्रम की भूमिका /
माधव प्रसाद गुप्ता29. जनजातीय शिक्षा: प्रयास, उपलब्धियाँ एवं चुनौतियां /
उदयसिंह राजपूत30. जनजातीय विकास एवं उच्च शिक्षा: एक प्रतीकात्मक अध्ययन /
शिवानंद गौतम एवं वी.के. द्विवेदी
About the Author / Editor
अरुण कुमार वर्तमान में शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कटनी (मध्यप्रदेश) में राजनीति विज्ञान के सहायक प्राध्यापक हैं। पंचायती राज, महिला एवं दलित मुद्दों से संबंधित आपकी अनेक पुस्तकें तथा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में शोध-पत्र प्रकाशित हुये हैं। दलित मुद्दों पर कार्य के लिये इन्हें अनेक राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।