About the Book
‘समकालीन राजनीतिक मुद्दे’ में प्रतिपाद्य विषय अपनी शैली, तथ्यात्मकता तथा
आधुनिकता की दृष्टि से समीचीन एवं उपयोगी हैं। इस पुस्तक के सभी विषयों की
संरचनात्मक कुशलता अन्य ग्रंथों को भी प्रेरित करने में समर्थ सिद्ध होगी,
ऐसा विश्वास है। संकलित विषय का समसामयिक तथा सूक्ष्म विश्लेषण
विश्वविद्यालय और सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी अत्यंत उपयोगी है।
संपूर्ण ग्रंथ में विषयवस्तु की प्रासंगिकता और मौलिक आधुनिक स्वरूपण का
ध्यान रखा गया है। वर्तमान आधुनिक परिवेश में राजनीति का स्वरूप तेजी से
बदल रहा है। राजनीति मानव सभ्यता के सामाजिक शासन का उत्तर परिणाम है।
अतः
वैश्वीकरण की ऐतिहासिक तथा भौगोलिक प्रक्रिया, पर्यावरण और पारिस्थितिकी
का दृष्टिकोण, आतंकवाद का साक्षेप विषय, सामाजिक लिंग-विभेद और
महिला-विकास, उत्तर-दक्षिण विभेद की ऐतिहासिक-आधुनिक स्थिति,
शीत-युद्धांकाल के उदय तथा अंत की समीक्षा, नागरिक समाज का उदय, नई
विश्व-व्यवस्था में मानवाधिकार का पुनरागमन और स्थिति तथा शासन के बदलते
आयाम µ इन सभी विषयों पर अध्येता के दृष्टिबोध को समृद्ध करने का प्रयास
किया गया है। इसका अध्ययन पाठक के लिए सामाजिक आयाम की आलोचनात्मक व्याख्या
करने में सहयोगी सिद्ध होगा। यह पुस्तक स्वतः प्रमाण और परतः प्रमाण की
कसौटी पर भी आकर्षित करेगी। महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के राजनीति
विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और अन्य अंतर अनुशासनात्मक विज्ञान के
विद्यार्थियों के लिए यह पुस्तक न केवल पठनीय बल्कि संग्रहणीय भी होगी, ऐसी
आशा ही नहीं, विश्वास है।
Contents
• शीत-युद्ध उदय और अंत (Cold War: Rise and Fall)
• उत्तर-दक्षिण संबंध (North-South Relations)
• वैश्वीकरण/भूमण्डलीकरण (Globalisation)
• सामाजिक-लिंग (Gender Issue)
• आतंकवाद (Terrorism)
• पर्यावरण (Environment)
• मानवाधिकार (Human Rights)
• नागरिक समाज (Civil Society)
• समसामयिक समाज में अधिशासन (गवर्नन्स) (Governance in Contemporary Society)
About the Author / Editor
रचना सुचिन्मयी बिहार के मगध विश्वविद्यालय के काॅलेज आॅफ कामर्स
आर्ट्स एण्ड साइंस में राजनीति विज्ञान की एसोसिएट प्रोफेसर हैं। दिल्ली
विश्वविद्यालय से स्नात्कोत्तर और पटना विश्वविद्यालय से पी.एच.डी. की
उपाधी प्राप्त कर आपने सामाजिक तथा राजनीतिक विषयों पर गंभीर अध्ययन, चिंतन
एवं लेखन किया है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर शोध प्रस्तुतीकरण
तथा पत्रा-पत्रिकाओं में शोधपूर्ण आलेख प्रकाशन में ये निरंतर सक्रिय रही
हैं। वर्ष 2009 में अंतरराष्ट्रीय पाॅलिटिकल साइंस एसोसिएशन (IPSA - World
Congress) में इन्होंने भारत की ओर से चिली (दक्षिण अमेरिका) में अपना
शोध-पत्र प्रस्तुत किया, जिसकी विशिष्ट सराहना की गई। विश्वविद्यालय अनुदान
आयोग (UGC) के अंतर्गत इन्होंने लघु एवं बृहद् (Minor and Major Research
Project) दोनों शोध पूर्ण किए। रचना सुचिन्मयी की पहली पुस्तक ‘जेंडर
एनवायरमेंट एंड ह्यूमन राइट्स’ 2008 में प्रकाशित हुई।