About the Book
भारत देश में आजकल सामाजिक-सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनीतिक, प्रशासनिक एवं
वैश्विक क्षितिज पर घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। सामाजिक मुद्दों का
विषय-क्षेत्र अत्यन्त व्यापक है। इन सभी मुद्दों को एक ही पुस्तक में
समेटना मुश्किल है, लेकिन फिर भी इनमें से कुछ महत्त्वपूर्ण चर्चित एवं
संवेदनशील मुद्दों का चयन कर पाठकों तक पहुंचाने का विनम्र प्रयास किया गया
है।
सामाजिक मुद्दों को उनकी प्रकृति के अनुसार छः भागों में
विभाजित किया गया है। प्रथम भाग में सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दों को, दूसरे
भाग में आर्थिक मसलों को, तीसरे भाग में राजनीतिक एवं प्रशासनिक मुद्दों को
शामिल किया गया है। इसी प्रकार चौथे भाग में वैधानिक (कानूनी) मुद्दे,
पांचवें में महिलाओं से संबंधित लैंगिक (जेण्डर) मुद्दे तथा अंतिम छठे भाग
में वैश्विक एवं पर्यावरणीय मुद्दों को सम्मिलित किया गया है। प्रत्येक
मुद्दे पर अवधारणात्मक स्पष्टता के साथ मौलिक सुझावों को शामिल कर समग्र
दृष्टिकोण अपनाया गया है।
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले
अभ्यर्थियों के लिए यह अत्यन्त महत्त्वपूर्ण पुस्तक है। विश्वास है कि
सामान्य ज्ञान के प्रश्न-पत्रों के साथ-साथ निबन्ध, समूह परिचर्चा एवं
साक्षात्कार के लिए यह विशेष रूप से उपयोगी सिद्ध होगी।
Contents
भाग 1: सामाजिक एवं सांस्कृतिक मुद्दे
भाग 2: सामाजिक-आर्थिक मुद्दे
भाग 3: सामाजिक-राजनीतिक एवं प्रशासनिक मुद्दे
भाग 4: सामाजिक-वैधानिक एवं संवैधानिक मुद्दे
भाग 5: लैंगिक मुद्दे
भाग 6: वैश्विक एवं पर्यावरण सम्बन्धी मुद्दे
About the Author / Editor
गोवर्धन लाल शर्मा बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। आपने समाजशास्त्रा,
मनोविज्ञान, राजनीतिशास्त्र, मानवाधिकार, विधि एवं प्रबंधन में स्नातकोत्तर
तथा समाजशास्त्र में नेट-स्लेट और पी-एच.डी. की उपाधी प्राप्त की है। आपकी
18 पुस्तकें तथा 30 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं। सम्प्रति डाॅ.
शर्मा अन्तरराष्ट्रीय शोध पत्रिका पैनासीआ इन्टरनेशनल रिसर्च जर्नल के
अवैतनिक सम्पादक हैं तथा आर.ए.एस. अलाइड सर्विस में कार्यरत हैं।