पर्यावरण भूगोल (Paryavaran Bhoogol – Environmental Geography) Hindi

एच.एम. सक्सेना, राहुल सक्सेना और पूजा सक्सेना (H.M. Saxena, Rahul Saxena and Pooja Saxena)

पर्यावरण भूगोल (Paryavaran Bhoogol – Environmental Geography) Hindi

एच.एम. सक्सेना, राहुल सक्सेना और पूजा सक्सेना (H.M. Saxena, Rahul Saxena and Pooja Saxena)

-15%383
MRP: ₹450
  • ISBN 9788131611296
  • Publication Year 2020
  • Pages 496
  • Binding Paperback
  • Sale Territory World

About the Book

पर्यावरण भूगोल, भूगोल की नवविकसित शाखा है, जो पर्यावरण के न केवल सैद्धांतिक पक्ष का विवेचन करती है अपितु व्यावहारिक पक्ष का भी अध्ययन करती है। प्रस्तुत पुस्तक में पर्यावरण, पारिस्थितिकी के सम्पूर्ण आयामों के विवरण के साथ पर्यावरणीय समस्याओं तथा उनके प्रबंधन का समुचित विवरण प्रस्तुत किया गया है। पुस्तक में वर्णित प्रमुख तथ्य हैं :
•  पर्यावरण, पारिस्थितिकी की संकल्पना एवं पर्यावरण भूगोल की प्रकृति
•  पर्यावरण अवकर्षण, वायु, जल, भूमि, ध्वनि, रेडियोधर्मिता प्रदूषण : कारण, प्रभाव एवं निदान
•  प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण
•  जनसंख्या-पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
•  जैव विविधता एवं इसका संरक्षण
•  पर्यावरण की वैश्विक समस्याएं
•  पर्यावरण प्रकोप एवं आपदाएं
•  पर्यावरण प्रबंधन एवं पर्यावरण अधिप्रभाव आकलन
•  संघृत अथवा पोषणीय विकास।
•  पर्यावरण अवबोध, नीति, गुणवत्ता, भू-राजनीति एवं अन्तरराष्ट्रीय संगठनों की भूमिका
•  भारत के पर्यावरणीय मुद्दे, पर्यावरणीय नीति एवं विधि व्यवस्था
यह पुस्तक न केवल भूगोल के स्नातकोत्तर एवं स्नातक विद्यार्थियों अपितु प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये भी उपयोगी होगी। पर्यावरण में रुचि रखने वाले, प्रशासक, नीति निर्धरक तथा सामान्य जन भी पुस्तक से लाभान्वित होंगे।


Contents

• प्रस्तावना : पर्यावरण की संकल्पना एवं पर्यावरण भूगोल
• पारस्थितिकी एवं पारिस्थितिक तन्त्र
• बायोम (जीवोमद) एवं विश्व के प्रमुख पारिस्थितिकी तन्त्र
• भूगोल में मानव पर्यावरण की संकल्पना
• पर्यावरण अवकर्षण अथवा अवनयन और पारिस्थितिकी संकट
• वायु प्रदूषण
• जल प्रदूषण
• भूमि अथवा मृदा प्रदूषण एवं  ठोस अपशिष्ट प्रदूषण की समस्या
• ध्वनि ;शोरद्ध एवं रेडियोधर्मी प्रदूषण
• प्राकृतिक संसाधन एवं उनका संरक्षण
• जनसंख्या, पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
• जैव विविधता एवं इसका संरक्षण
• जलवायु परिवर्तन, हरितगृह प्रभाव, भूमण्डलीय तापन एवं ओजोन विरलता
• पर्यावरणीय प्रकोप एवं आपदाएं
• पर्यावरण प्रबंधन-1 : संकल्पना, उपागम एवं प्रमुख घटकों का प्रबंधन
• पर्यावरण प्रबंधन-2 : पर्यावरण अधिप्रभाव आकलन, पारिस्थितिक अंकेक्षण, पर्यावरण शिक्षा, आदि
• संघृत अथवा पोषणीय विकास
• पर्यावरण : अवबोध, नीति विषयकता एवं गुणवत्ता (भारत के विशेष संदर्भ में)
• पर्यावरण : शासन, भू-राजनीति एवं अन्तरराष्ट्रीय संगठनों की भूमिका
• भारत में पर्यावरणीय मुद्दे एवं उनका प्रबंधन
• भारत में पर्यावरणीय नीति एवं विधि व्यवस्था


About the Author / Editor

एच.एम. सक्सेना राजस्थान कॉलेज शिक्षा में भूगोल प्राध्यापक, स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष, एवं प्राचार्य पदों पर कार्यरत रहे और संयुक्त निदेशक, कॉलेज शिक्षा राजस्थान के पद से सेवानिवृत्त हुए। डॉ. सक्सेना राज्य के वरिष्ठ भूगोलवेत्ताओं में से हैं जिनकी अनेक पुस्तकें हिन्दी तथा अंग्रेजी में प्रकाशित हो चुकी हैं। इनकी उल्लेखनीय पुस्तकें Geography of Rajasthan, Economic Geography, Environmental Geography, Environmental Management, Transport Geography, Environmental Studies, तथा भारत का भूगोल हैं। सम्प्रति कोटा में निवास करते हुए लेखन एवं शोध में संलग्न हैं।
राहुल सक्सेना 1999 में राजस्थान लोक सेवा आयोग से कॉलेज शिक्षा में भूगोल प्राध्यापक के पद पर चयनित हुए तथा स्नातकोत्तर भूगोल विभाग, राजकीय महाविद्यालय बूंदी में रहे। वर्तमान में एसोसिएट प्रोफेसर भूगोल, राजकीय महाविद्यालय, केकड़ी (अजमेर) में कार्यरत हैं। इनकी प्रकाशित पुस्तकें Dictionary of Physical Geography, विश्व का प्रादेशिक भूगोल, आर्थिक भूगोल और भारत का भूगोल हैं।
पूजा सक्सेना वर्ष 2002 में राजस्थान लोक सेवा आयोग से कॉलेज शिक्षा में भूगोल प्राध्यापक चयनित हुईं तथा स्नातकोत्तर भूगोल विभाग, राजकीय महाविद्यालय, बूंदी में कार्यरत हैं। वर्तमान में ये एसोसिएट प्रोफेसर हैं। इनकी प्रकाशित पुस्तकें Marketing and Sustainable Development, Dictionary of Physical Geography, विश्व का प्रादेशिक भूगोल, आर्थिक भूगोल और भारत का भूगोल हैं।


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